April 23, 2024
Hardik Patel Biography in Hindi

Hardik Patel Biography in Hindi | हार्दिक पटेल की जीवनी

Hardik Patel Biography in Hindi | Hardik Patel Jivani 

हार्दिक पटेल (Hardik Patel) एक सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता है जिसने पाटीदार गुर्जर जाति के लिए पाटीदार आन्दोलन चलाया था | इस आन्दोलन का मुख्य उद्देश्य शिक्षा और सरकारी नौकरियों को पाटीदार जाति की आरक्षण की मांग उन्होंने रखी थी | इस आन्दोलन के बाद वो सुर्खियों में छा गये और एक मजबूत नेता के रूप में उभरे | हार्दिक पटेल (Hardik Patel) का जन्म 20 जुलाई 1993 को एक गुजराती पाटीदार परिवार में हुआ था | हार्दिक के पिता का नाम भारत पटेल और माँ का नाम उषा पटेल है | 2004 में उनके पिता बच्चो को बेहतर शिक्षा देने के लिए विरमगाँव चले गये |

Hardik Patel Biography in Hindi
Hardik Patel Biography in Hindi

हार्दिक (Hardik Patel) ने छठी से बारहवी कक्षा विरमगाँव के दिव्य जोत स्कूल में पढ़ी और उसके बाद आगे की पढाई के लिए के.बी शाह विद्या मन्दिर चले गये जहा वो 12वी कक्षा तक पढ़े | 12वी पुरी करने के बाद हार्दिक ने अपने पिता के व्यापार में हाथ बंटाना शुरू कर दिया जो समर्सिबल पम्प का व्यापार करते थे | 2010 में हार्दिक ने अहमदाबाद के शाहजनाबाद कॉलेज से बी.कॉम की डिग्री ली | इसी कॉलेज से उन्होंने अपने राजनितिक जीवन की शुरुवात की | इसे कॉलेज में स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष के पद पर बिना किसी विपक्ष के आ गये थे | 2013 में दो प्रयासों के बाद हार्दिक ने कॉलेज से स्नातक 50 प्रतिशत से कम अंको के साथ उत्तीर्ण की |

31 अक्टूबर 2012 को हार्दिक पटेल (Hardik Patel) एक पाटीदार युवा दल सरदार पटेल दल के साथ जुड़ गये और एक महीने के अंदर ही विरमग्राम यूनिट के अध्यक्ष भी बन गये | 50 हजार सदस्यों वाली इस यूनिट ने अपनी समस्याए हार्दिक के सामने रखी कि किस तरह वो आरक्षण की कमी से झुझ रहे है |

हार्दिक ने देखा कि 20 हजार से ज्यादा डायमंड इंडस्ट्री की छोटी फर्म बंद हो चुकी है और अनेको लोग बेरोजगार हो चुके है | 2015 में एक विरोध के चलते हार्दिक को विरोधी नेता लालजी पटेल द्वारा सरदार पटेल दल से निष्काषित कर दिया है | 2015 में जन हार्दिक पटेल की बहन राज्य सरकार की छात्रवृति के लिए क्वालीफाई नही कर पायी तो हार्दिक नाराज हो गये कि उनकी बहन मोनिका की एक दोस्त इसी छात्रवृति के लिए OBC quota में क्वालीफाई कर गयी जबकि उसके अंक उससे कम थे | इसी बात को लेकर हार्दिक ने पाटीदार अनाम्त आन्दोलन समिति का गठन किया जिसका उद्देश्य OBC कोटा में पाटीदारो को शामिल करना था |

सोशल मीडिया की मदद से संदेश भेजकर हार्दिक (Hardik Patel) ने समर्थक जुटाना शुरू कर दिया | हार्दिक ने अपनी पहली रैली 6 जुलाई 2015 को गुजरात के विसनगर में संबोधित किया | इसके बाद हार्दिक के बोलने की कला से प्रभावित होकर लाखो लोग उसकी रैली में शामिल होने लगे | 25 अगस्त 2015 को पाटीदार आन्दोलन ने भयानक रूप ले लिया और लाखो की संख्या में पाटीदार अहमदाबाद के GMDC ग्राउंड में एकत्रित हो गये | हार्दिक ने उस दिन को पाटीदार क्रान्ति दिवस नाम दिया | उसी शाम को उसे अहमदाबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जब हार्दिक भूख हडताल की शुरुवात करने वाले थे |

हार्दिक (Hardik Patel) की गिरफ्तारी ने विदोह ने विकराल रूप ले लिया और आन्दोलन हिंसा में बदल हुआ जिससे गुजरात राज्य सरकार को कर्फ्यू लगाना पड़ा और सेना को बुलाना पड़ा | रिहाई के बाद 31 अगस्त 2015 को हार्दिक ने उत्तरप्रदेश , मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी जनसभाए की | 9 सितम्बर 2015 को पटेल ने पटेल नवनिर्माण सेना का गठन किया | इस संघठन का उदेश्य पाटीदारो सहित उससे जुडी कूर्मी और गुज्जर समुदाय को सरकारी और शिक्षा में आरक्षण था | 18 अक्टूबर को हार्दिक पर तिरंगे का अपमान करने का केस लगा | 19 अक्टूबर को हार्दिक पर पुलिस वालो ही हत्या का आरोप लगा जिसके बाद उन्हें जेल हो गयी |

15 जुलाई 2016 को हार्दिक (Hardik Patel) को इस शर्त पर बेल मिली की वो छ महीने राज्य से बाहर बिताएंगे और मेहसाणा से नौ महीने दूर रहेंगे | इसके बाद कुछ समय के लिए हार्दिक उदयपुर चले गये |  13 नवम्बर 2017 को सोशल मीडिया पर हार्दिक की एक सेक्स टेप वायरल हो गयी जिसमे वो एक महिला के साथ दिखाई देते है | पटेल ने इस सेक्स टेप को खारिज करते हुए इसे अपने खिलाफ भाजपा की साजिश बताया |

इसके दो दिन बाद ही हार्दिक की एक ओर सीडी सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी जिसमे वो कुछ लडको और लडकियों साथ आपतिजनक स्थिति में दिखते है | हार्दिक (Hardik Patel) फिलहाल गुजरात चुनावों में व्यस्त है अब देखना है कि हार्दिक किस तरह गुजरात की राजनीती में बवाल मचाते है जो अनेको वर्षो से भाजपा का गढ़ बना हुआ है |

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