महाराष्ट्र में कोरोना रफ्तार के साथ बड रहा है, अब तक 59,551 लोगो की जान ले चुका है।
Corona की सबसे ज्यादा अगर किसी राज्य की चर्चा हो रही है तो वह है महाराष्ट्र कहां पर मिनी लैपटॉप का ऐलान कर दिया गया है लेकिन बावजूद इसके परिस्थितियां पिछले दो दिनों में सुधरती हुई नजर नहीं आ रही है भाई गुजरात देखिए जैसे करो ना का नया ठिकाना बन गया है।
पहली लहर हो या फिर दूसरी लहर महाराष्ट्र में कोरोनावायरस अब से ज्यादा कहर बरपाया पिछले साल के जख्म अभी भरे नहीं थे इस बार कोरोना का हमला और तेज हो गया राज्य में पाबंदियों का आज दूसरा दिन है लेकिन हालात अभी काबू में नजर नहीं आ रहे हैं मरीजों के बढ़ते आंकड़ों के बीच ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर दवाईयो तक की समस्या में महाराष्ट्र को हालत बिगड़ गई है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, अभी ऑक्सीजन महाराष्ट्र में जितना उत्पादन होता है वह हम पूरा 1500 मेट्रिक टन 100% is used for medical purpose वो हमको कम पड़ रहा है और इसके लिए हमने एक कल मीटिंग लेकर ऐसा भी कहा है कि लिक्विड ऑक्सीजन पर सिर्फ निर्भर रहते हुए दो अलग-अलग तरीके से हम काम कर रहे हैं
महाराष्ट्र में हर रोज 7 हजार के करीब कोरोना के सारे जबकि मुंबई में यह आंकड़ा 8 हजार से ज्यादा वही नागपुर में 6 हजार के करीब 16 मरीज मिल रहे मुंबई की सड़कों पर सन्नाटा है अस्पतालों में मरीजों की तादाद कम होने का नाम नहीं ले रही, एक और करोना का कहर जारी है तो दूसरी और पाबंदियों ने दुकानदारों की हालत बेहाल कर रखी है एक बार फिर मजदूरों के पलायन का सिलसिला शुरू हो गया रेलवे स्टेशनों में लंबी कतारें लगी हुई गुजरात के हालात भी कुछ जुदा नहीं राज्य का हाल अपनों को खो देने वाले लोगों के दर्द से समझा जा सकता है
गुजरात के बनासकांठा जिले के पालमपुर के सिविल अस्पताल में 2 घंटे से ज्यादा की जद्दोजहद जिंदगी पर भारी पड़ गई कोरोनावायरस के मरीज ने कार में ही दम तोड़ दिया आरोप है कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से बीमार शख्स को अस्पताल में इलाज नहीं मिल पाया, कोरोना की दूसरी लहर में गुजरात में मेडिकल सिस्टम के हालत इतनी खस्ता हो चुके हैं जिसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जो मरीज मरीज को भी एडमिट होने में थोड़ा वक्त लगता है 8 घंटे का।
गुजरात में भी मरीजों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है यहां तो सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में मरीजों की लंबी कतार है, गुजरात में कोरोना केस की बात करें तो कल यहां 8152 नए corona मरीज के साहित 24 घंटे में 81 लोगों ने कोरोनावायरस का दम तोड दिया, गुजरात में एक्टिव केसों की संख्या 44298 पहुंच गई गुजरात सूरत राजकोट।यहां के सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके राज्य बदल जाते हैं शहर बदल जाते हैं लेकिन हालात नहीं बदलते, कोरोना के दूसरी लहर में सिस्टम चर मरा गया है यह एक अलार्म है और दौर में चला गया है और सवाल या निशान भी स्वास्थ्य सेवाओं पर अस्पतालों के ऊपर और लापरवाही कर रहे है